जर्मन की स्पोर्ट्सवियर कंपनी प्यूमा एसई के शेयरों में भारी गिरावट आई, क्योंकि कंपनी ने निराशाजनक आय की सूचना दी तथा लाभप्रदता लक्ष्य को पीछे धकेल दिया, जो कि उसके अंतरराष्ट्रीय प्रतिद्वंद्वी एडिडास एजी के विपरीत है.
जर्मन की स्पोर्ट्सवियर कंपनी प्यूमा एसई के शेयरों में भारी गिरावट आई, क्योंकि कंपनी ने निराशाजनक आय की सूचना दी और लाभप्रदता लक्ष्य को पीछे धकेल दिया, जो कि क्रॉस-टाउन प्रतिद्वंद्वी एडिडास एजी के विपरीत है.
प्यूमा कंपनी ने बुधवार को अपने खर्चे में कटौती करने की घोषणा की और अपने लाभ मार्जिन मार्गदर्शन को घटा दिया. फ्रैंकफर्ट ट्रेडिंग में स्टॉक में 19% तक की गिरावट आई, जो दो दशकों से भी ज्यादा समय में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है.
मुख्य कार्यकारी अधिकारी अर्ने फ्रंड्ट तेजी से विकास के एक और युग को छूने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. फ्रंड्ट के सीईओ बनने से पहले के आधे दशक में प्यूमा ने शानदार प्रदर्शन किया था,और तब उसकी आय दो गुनी हो गई थी,जिसका श्रेय बास्केट बोल जैसे खेलो में शानदार वापसी तथा रैपर जे-जेड जैसे ब्रांड एंबेसडरों के साथ अर्जित शानदार अंकों को जाता है.
लेकिन साल 2022 के अंत में फ्रंड्ट के नियंत्रण संभालने के बाद से प्यूमा के ब्रांड की चर्चा थम सी गई है. किस्मत में यह बदलाव ब्योर्न गुल्डेन के जाने के साथ हुआ, जो लगभग एक दशक तक प्यूमा का नेतृत्व करने के बाद संकटग्रस्त एडिडास में चले गए.
इस सप्ताह के आरंभ में, एडिडास कंपनी ने अपने रेट्रो स्नीकर्स की मांग के कारण चौथी तिमाही की आश्चर्यजनक रूप से मजबूत आय की सूचना दी है.
इस दौरान प्यूमा कंपनी ने 2027 तक ब्याज और करों से पहले अपने आय मार्जिन के लक्ष्य को 8 . 5 % तक पहोचाने के लिए लागत में कटौती की घोषणा कर दी. मॉर्गन स्टेनली के एक विश्लेषक ग्रेस स्माले ने कहा कि यह पिछले मार्गदर्शन से कम है, जिसमें 2025 की शुरुआत में उस स्तर तक पहुंचने की मांग की गई थी.
कंपनी ने लागत कटौती कार्यक्रम के एक भाग के रूप में “कार्मिक व्यय” का हवाला दिया, तथा संकेत दिया कि नौकरियों में कटौती हो सकती है, लेकिन उसने इसका विवरण नहीं दिया है.
पिछले 12 महीनों में प्यूमा के शेयरों में 19% की गिरावट आई है, जबकि एडिडास के शेयरों में 50% से अधिक की वृद्धि हुई है.
जेफरीज के विश्लेषक जेम्स ग्रिजिनिक ने एक नोट में लिखा है कि वॉल स्ट्रीट के विश्लेषक अब संभवतः 2025 के लिए अपने आय अनुमानों में कटौती करेंगे, जिसका स्टॉक पर असर पड़ेगा.