2024 में भारत से मलेशिया जाने वाले पर्यटकों की संख्या में 71 . 1 प्रतिशत वृद्धि देखि गई है.
11 जनवरी (भाषा) चेन्नई में मलेशिया के महावाणिज्य दूत सरवण कुमार कुमारवासगम ने यहां कहा कि 2024 में भारत से मलेशिया जाने वाले यात्रियों की संख्या में रिकॉर्ड 71.7 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है , जिसका श्रेय दोनों देशों के बीच हवाई यात्रा की वृद्धि को दिया जाता है.
मलेशिया द्वारा भारतीय नागरिकों के लिए 30 दिन की वीजा छूट को दिसंबर 2026 तक बढ़ाया गया है. जिसकी वजह से भारत और मलेशिया के बिच ज्यादा से ज्यादा सम्पर्क बना रहे. उन्होंने यह भी कहा की भारतीय नागरिकों के लिए 30 दिन की वीजा छूट को दिसंबर 2026 तक बढ़ाऐ जाने के इस फैसले को भारत और मलेशिया के बीच संपर्क बढ़ाने में एक “महत्वपूर्ण मील का पत्थर” बताया है.
सरवण कुमार कुमारवासगम ने शनिवार 11 जनवरी की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कहा, “यह तमिलनाडु और पूरे भारत के लोगों के लिए वीजा आवेदन की परेशानी के बिना मलेशिया की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, प्राचीन समुद्र तटों और जीवंत शहरों को देखने का एक सुनहरा अवसर है. “उन्होंने कहा कि क्योकि मलेशिया भारतीय यात्रियों के लिए एक प्रमुख गंतव्य बना हुआ है, इसलिए 30 दिन की वीजा छूट का यह विस्तार निर्बाध यात्रा सुनिश्चित करता है.
एक पर्यटन मलेशिया के चेन्नई निदेशक हिशामुद्दीन मुस्तफा ने कहा कि वीजा छूट से न केवल यात्रा सरल होगी, बल्कि यह भारतीय पर्यटकों के लिए पसंदीदा बना रहने का कमिटमेंट भी करता है.
हिशामुद्दीन मुस्तफा ने कहा, “रणनीतिक हिस्सेदारी और मजबूत प्रचार अभियानों के साथ, हमारा लक्ष्य मलेशिया की अद्भुत मेहमाननवाज़ी , विविध आकर्षण और छुपे हुए रत्नों को प्रदर्शित करना है.
2025 में, मलेशिया ने एक अनोखी पेशकश की है, जिसमें समुदाय-आधारित पर्यटन, मलेशिया को एक प्रमुख विवाह स्थल के रूप में स्थापित करना, मलेशिया को एक शिक्षा केंद्र के रूप में बढ़ावा देना, और बैठक, प्रोत्साहन, सम्मेलन जैसे कार्यक्रम शामिल होंगे.
दक्षिण-पूर्व एशियाई देश के टॉप अधिकारियों ने ‘विजिट मलेशिया वर्ष 2026’ के लोगो का भी जिक्र किया, जिसमें मलय सूर्य भालू – विरा और मांजा – को शुभंकर के रूप में दिखाया गया है, जो देश की बहुसांस्कृतिक सद्भाव और प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक दर्शाते है.