महाराष्ट्र सरकार में पूर्व मंत्री छगन भुजबल ने की सीएम से मुलकात और प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया की क्या-क्या बाते हुई सीएम के साथ :
छगन भुजबल और उनके चचेरेभाई समीर भुजबल ने सीएम देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के दौरान सामाजिक और राजनीती के मुद्दों पर बात की. और उन्होंने बताया की
CM ने ८ – १० दिन का वक्त माँंगा है और बताया की हम फिर मिलेंगे और तय करेंगे की ओबीसी और उनके नेताओ के कल्याण के लिये हम क्या क्या कर सकते है।
छगन भुजबल ने बताया की CM का मानना है की महायुति की जीत में ओबीसी का वोट शेयर और उनका योगदान ज्यादा महत्वपूर्ण था इसीलिए उन्होंने बताया की हम ओबीसी समुदाय और उनके नेताओ का ख्याल रखेंगे
छगन भुजबल का कहना है की देवेंद्र फडणवीस तो मुझे केबिनेट में शामिल करना चाहते थे पर एनसीपी के पार्टी के नेता ने अलग फैसला ले लिया
छगन भुजबल क्यू हुए नाराज ?
मंत्री पद न मिलने से नाराज है छगन भुजबल I
77 वर्षीय विधायक भुजबल पहले महायुति सरकार में मंत्री थे . लेकिन इस बार उन्हें जगह नहीं दी गई है.
छगन भुजबल का कहना है की CM देवेंद्र फडणवीस उन्हें केबिनेट में शामिल करना चाहते थे पर अजित पवार के फैसले के कारण इस बार उन्हे जगाह नहीं दी गयी
छगन भुजबल ने कहा मुझे मंत्री न बनने का दुःख नहीं है पर जो वयवहार मेरे साथ हुआ उसका मुझे दुःख है
उनहोने नाराजगी जताते हुऐ कहा की पार्टी में फैसले लेने का तरीका अपमानजनक है। छगन भुजबल का कहना यह भी है की
एनसीपी में फैसले अजित पवार लेते है ,बीजेपी में देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना में एकनाथ सिंदे लेते है
नासिक में मिडीया से बात करते समय भुजबल ने बताया था की उन्हे मई में लोकसभा चुनाव लड़ने को कहा गया था,लेकिन
नाम फाइनल नहीं हुआ। फिर राज्यसभा की पेशकश की गई , जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। उन्होंने कहाँ मेने मेने नासिक से लोकसभा चुनाव लड़ने का
सुझाव स्वीकार किया है जब में राज्यसभा में जाना चाहता था तब मुझे विधानसभा चुनाव लड़ने को कहा गया और अब मुझे राज्यसभा की ऑफर की जा रही है
क्या में कोई खिलौना हु?मेरे क्षेत्र के लोग मेरे बारे में क्या सोचेंगे। भुजबल ने कहा की वो किसी के हाथ का खिलौना नहीं है जो जब मन करे
खेला और जब म , मन करे फेक दिया।
अजित पवार ने कहा हमने केंद्र में वरिष्ठ लोगो को मौका देने के बारे में सोचा।
महाराष्ट्रब के डिप्टी सीएम अजित पवार का कहना है की कभी कभी नए लोगो को मौका दिया जाना चाहिए।
अजित पवार ने संकेत देते हुए कहा की हमने केंद्र में वरिष्ठ लोगो को मौका देने के बारे में भी सोचा है