दिल्ली में 27 साल बाद बीजेपी की सत्ता में वापसी के साथ ही 20 फरवरी को रामलीला मैदान में भव्य शपथग्रहण समारोह होने वाला है. इस मौके पर फिल्मी सितारे, आध्यात्मिक गुरु और संगीत कार्यक्रम की भी मौजूदगी रहेगी. कौन बनेगा नया मुख्यमंत्री? जानिए इस ऐतिहासिक समारोह की खास बातें.
दिल्ली के अगले नये मुख्यमंत्री सीएम का शपथग्रहण समारोह 20 फरवरी 2025 को राष्ट्रीय राजधानी के प्रतिष्ठित स्थल रामलीला मैदान में आयोजित होगा.
दिल्ली विधान सभा चुनाव में 27 साल के बाद भाजपा पार्टी ने अपनी वापसी की है. विधान सभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी भाजपा ने आम आदमी पार्टी आप को हराया और विधान सभा में अपनी वापसी की. इस चुनाव का परिणाम 8 फरवरी को घोषित किया गया. रिपोर्टों के मुताबिक भगवा पार्टी इस अवसर को खास बनाना चाहती है,क्योकि 27 साल बाद राष्ट्रीय राजधानी में भाजपा की सत्ता वापिस लौट आयी है.
मुख्यमंत्री और उनके छह मंत्री 20 फरवरी को शाम 4:30 बजे रामलीला मैदान में शपथ लेंगे, हालांकि अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है कि वे कौन होंगे .19 फरवरी को भगवा पार्टी की विधायक दल की बैठक में नामों पर फैसला लिए जाने की संभावना है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित भाजपा के शीर्ष नेताओं के अलावा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में भाजपा के सहयोगी दलों के प्रतिनिधि 20 फरवरी गुरुवार को होने वाले शपथग्रहण के भव्य समारोह में भाग लेंगे.
कौन-कौन इस समारोह में शामिल ?
20 फरवरी गुरुवार को होने वाले शपथग्रहण कार्यक्रम में औपचारिक शपथग्रहण से पहले गायक कैलाश खेर द्वारा संगीत प्रस्तुति भी दी जाएगी.
इस भव्य समारोह में 20 राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के अलावा मुख्य देशो के राजनयिकों के शामिल होने की उम्मीद है. एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस भव्य कार्यक्रम में 50 से ज्यादा फिल्मी सितारे और उद्योगपति भी शामिल होंगे. लाड़ली बहनों सहित केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई सभी योजनाओं के लाभार्थियों को भी समारोह में आमंत्रित किया जाएगा.
योग गुरु बाबा रामदेव और स्वामी चिदानंद, बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री सहित आध्यात्मिक नेताओं के भी आने की उम्मीद है.
भाजपा ने अभी तक सीएम के नाम की घोषणा नहीं की
भाजपा ने 27 साल बाद विधान सभा में अपनी वापसी की है. दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भाजपा ने 70 में से 48 सीटें जीतकर परचम लहराया. विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए गए. लगातार दो बार दिल्ली में सत्ता में रहने वाली आप को भगवा पार्टी ने हराया. आप को इस बार विधान सभा में सिर्फ 22 सीटे मिली.
दिल्ली में पिछली भाजपा सरकार 27 साल पहले 1998 तक दिवंगत सुषमा स्वराज के नेतृत्व में थी. तब से, कांग्रेस 2013 तक 15 वर्षों तक सत्ता में रही, उसके बाद 2015 से 2025 तक दो कार्यकाल के लिए आप सरकार रही. और अब फिर से भाजपा ने अपनी वापसी कर ली है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्रांस और अमेरिका यात्रा, संसद का बजट सत्र और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का दिल्ली में नए आरएसएस कार्यालय के प्रवेश समारोह के लिए शहर में होना दिल्ली के सीएम के नाम की घोषणा में देरी के कारणों में से हैं.
दिल्ली का मुख्यमंत्री?
दिल्ली में भगवा पार्टी के प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद से ही कई भाजपा नेता संभावित मुख्यमंत्री के तौर पर उभरे हैं. शीर्ष दावेदारों देखे तो , में प्रवेश वर्मा भी शामिल हैं , जिन्होंने नई दिल्ली सीट से आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को हराया था. इसके अलावा रेखा गुप्ता (शालीमार बाग), विजेंद्र गुप्ता (रोहिणी), सतीश उपाध्याय (मालवीय नगर), आशीष सूद (जनकपुरी), पवन शर्मा (उत्तम नगर) और अजय महावर (घोंडा) यह सभी सीएम की दावेदारी में शामिल है.