वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के चरण II को तत्काल रद्द कर दिया है.
24 फरवरी 2025 को वायु गुणवंत आयोग ने दिल्ली एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के चरण 2 को तत्काल रद कर दिया है. लेकिन प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए चरण I के उपाय लागू रहेंगे.
यह कदम 24 फरवरी 2025 को दिल्ली का AQI 186 दर्ज किए जाने के बाद उठाया गया है. सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के चरण II उपायों को लागू करने के लिए AQI 300 पर होना चाहिए.
GRAP की उप-समिति के निर्णय के आधार पर, दिल्ली में वायु गुणवत्ता में गिरावट और प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण क्रमशः 14 अक्टूबर, 2025 और 21 अक्टूबर, 2025 से चरण 1 और चरण II के तहत उपाय लागू किए गए है.
GRAP के मुताबिक, AQI के चार चरण हैं: जिसमे I खराब, II बहुत खराब , III गंभीर, और IV गंभीर प्लस
GRAP 1 के अंतर्गत प्रतिबंध
GRAP चरण 1 में दिल्ली में निम्नलिखित उपायों को अनिवार्य बनाया गया है
1 . प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों की गहन जांच, बेहतर यातायात प्रबंधन, और उद्योगों, बिजली संयंत्रों और ईंट भट्टों में उत्सर्जन नियंत्रण.
2 . खुले में कचरा जलाने पर प्रतिबंध लगाएं, डीजल जनरेटर के उपयोग को सीमित करें, और भोजनालयों में कोयले या लकड़ी के उपयोग पर प्रतिबंध लगाएं.
जीआरएपी चरण II के अंतर्गत , राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते प्रदूषण स्तर से निपटने के लिए मशीनों से सड़कों की सफाई, एंटी-स्मॉग गन का उपयोग और दैनिक जल छिड़काव जैसे उपाय लागू किए गए है.
GRAP II के अंतर्गत प्रतिबंध
1 . दिल्ली राजधानी में कोयले और लकड़ियों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया ,जिसमे रेस्तरां और होटलों में तंदूरों का उपयोग भी शामिल था.
2 . GRAP 2 के तहत आपातकालीन और आवश्यक सेवाओं को छोड़कर डीजल जनरेटर सेट के उपयोग की अनुमति नहीं है.
3 .GRAP 2 के तहत सभी निर्माण एवं विध्वंस स्थलों और जिन औद्योगिक इकाइयों के विरुद्ध विशिष्ट बंदी आदेश हैं, उन्हें भी परिचालन पुनः आरंभ करने की अनुमति नहीं है.
पीटीआई ने बताया की 31 जनवरी को दिल्ली में GRAP स्टेज III लागू किया गया था, जब राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता शांत हवाओं और धुंध की स्थिति के बीच तेजी से खराब हो गई थी और AQI 365 अंक को छू गया था,उसके बाद 3 फरवरी को CAQM ने दिल्ली-एनसीआर में GRAP III को रद्द कर दिया था.