प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 और 12 मार्च को मॉरीशस की अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे तथा प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम से मिलेंगे.
11 और 12 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मॉरीशस की यात्रा करेंगे.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी 2025 में 11 और 12 तारीख को मॉरीशस में होंगे और मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे, जो 12 मार्च को मनाया जाएगा.”
रणधीर जायसवाल ने यह भी कहा कि भारतीय रक्षा बलों की एक टुकड़ी और भारतीय नौसेना का एक जहाज इस राष्ट्रीय दिवस समारोह में भाग लेंगे.
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी ने आखिरी बार साल 2015 में मॉरीशस का दौरा किया था.
प्रधान मंत्री नरेन्द्रमोदी मॉरीशस की यात्रा के दौरान मॉरीशस के राष्ट्रपति से भेंट करेंगे, मॉरीशस के प्रधानमंत्री से मिलेंगे और देश के महत्वपूर्ण गणमान्य व्यक्तियों और वरिष्ठ नेताओं के साथ कई अन्य बैठक में भाग लेंगे.
फरवरी में, राष्ट्रीय असेंबली को संबोधित करते हुए मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम ने कहा था कि हमारे देश के लिए यह सचमुच एक विशेष सम्मान की बात है कि इतने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद हमें ऐसे प्रतिष्ठित व्यक्तित्व की मेजबानी करने का अवसर मिला.
हर साल 12 मार्च को मॉरीशस अपना राष्ट्रीय दिवस मनाता है.इस दिन 1968 में ब्रिटिश शासन से मॉरीशस की स्वतंत्रता की वर्षगांठ का प्रतीक है.
रामगुलाम ने कहा, “हमारे देश की स्वतंत्रता की 57वीं वर्षगांठ के समारोहों के संदर्भ में, मुझे सदन को यह सूचित करते हुए अत्यंत खुशी हो रही है कि मेरे निमंत्रण पर भारत के प्रधानमंत्री महामहिम श्री नरेन्द्र मोदी ने हमारे राष्ट्रीय दिवस समारोह के लिए मुख्य अतिथि बनने पर सहमति व्यक्त की है.”
इसके अलावा उन्होंने भारतीय नेता के व्यस्त कार्यक्रम को उजागर करने के लिए मोदी की हाल की पेरिस और संयुक्त राज्य अमेरिका यात्राओं का भी उल्लेख किया.
रामगुलाम ने कहा, “श्री मोदी की यात्रा हमारे दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का प्रमाण है.”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पिछले वर्ष मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई थी.
पिछले महीने मोदी ने फ्रांस और अमेरिका का दौरा किया था। अपनी यात्रा के दौरान मोदी ने व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत की थी, जिसमें नए रक्षा ढांचे को मजबूत करने और व्यापार, ऊर्जा और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने सहित कई विशिष्ट परिणामों की उम्मीद थी.