भारतीय शेयर बाजार में मंदी का रुख नये सप्ताह में भी जारी रहा, क्योंकि सोमवार को दोनों सूचकांक मिश्रित रुझान के साथ लगभग सपाट खुले.
आज 10 मार्च 2025 के शेयर बाजार के नए सत्र में भी लगातार मंदी का रूख जारी है. क्योकि आज यानी सोमवार को शेयर बाजार के मुख्य सूचकांक निफ्टी और सेंसेक्स दोनों सूचकांक मिश्रित रुझानों के साथ लगभग सपाट खुले.
आज के दिन में निफ्टी 50 सूचकांक 30.65 अंक या 0.14 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,521.85 पर खुला, जबकि बीएसई सेंसेक्स ने 142.40 अंक या 0.19 प्रतिशत की सामान्य बढ़त दर्ज की और 74,474.98 अंक पर खुला.
बाजार एक्सपर्ट का कहना है कि जारी वैश्विक तनाव, जैसे कि ट्रम्प द्वारा धमकी देना, टैरिफ लगाना, उन्हें वापस लेना और फिर से धमकी देना, इस वजह से बाजार की धारणा खराब हो रही हैं ,और अमेरिकी सद्भावना और सॉफ्ट पावर को तेजी से खत्म कर रही हैं.
टैरिफ के दूसरे स्तर के प्रभाव से बाजार की चिंताए और बढ़ रही है, जिनमें व्यापार परिदृश्य में गिरावट, उपभोक्ता भावना में गिरावट, मुद्रास्फीति का खतरा और आर्थिक विकास के लिए जोखिम शामिल हैं.
बैंकिंग और मार्केट एक्सपर्ट अजय बग्गा ने एएनआई को बताया कि, “भारतीय बाजार वैश्विक बहुसंकट की छाया में हैं और जब तक वैश्विक आर्थिक संबंधों और भूराजनीति में व्यवस्था बहाल नहीं हो जाती, तब तक हम एक स्थायी निचले स्तर की उम्मीद नहीं कर सकते. अभी सतर्क रहने और धीमी गति से नए फंड का निवेश करने का समय है, ताकि बाजारों को ट्रम्प मल्टीफ्रंट व्यवधानों को कम करने का समय मिल सके.”
उन्होंने आगे कहा कि “व्यापारिक परिदृश्य और मुद्रास्फीति का खतरा, आर्थिक वि उपभोक्ता भावनाओं में गिरावट,कास के लिए खतरा और अमेरिका द्वारा नाटो से पीछे हटने के भू-राजनीतिक जोखिम के संदर्भ में टैरिफ के दूसरे क्रम के प्रभाव अब दिखाई देने लगे हैं, लेकिन ये अप्रत्याशित तरीकों से जैसे कि कमजोर अमेरिकी डॉलर और गिरते अमेरिकी बाजार”.
शेयर बाजार में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सेक्टोरल इंडेक्स में निफ्टी बैंक और ऑटो शेयर दबाव में रहे, जबकि अन्य इंडेक्स हरे निशान में रहे. शुरुआती सत्र के दौरान निफ्टी मीडिया इंडेक्स में 1 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी दर्ज हुई .
आज के सत्र में निफ्टी 50 इंडेक्स में 28 शेयर गिरावट के साथ खुले, जबकि 20 शेयर हरे निशान में खुले और दो शेयर अपरिवर्तित रहे.
जब की निफ्टी 50 इंडेक्स में में इंडसइंड बैंक का शेयर सबसे ज्यादा 5.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ सबसे ज्यादा नुकसान में रहा, जिसके बाद महिंद्रा एंड महिंद्रा में 2.22 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई, और इसके बाद ट्रेंट में 1.29 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है.
अल्फामोजो फाइनेंशियल सर्विसेज के संस्थापक और सेबी-पंजीकृत अनुसंधान विश्लेषक सुनील गुर्जर ने कहा की “वर्तमान के शेयर बाजार में, निफ्टी 50 समर्थन से वापस उछल रहा है और प्रतिरोध के करीब पहुंच ने की उम्मीद है. इस क्षेत्र में 23400 से ऊपर का ब्रेकआउट आगे की तेजी का संकेत देगा. वॉल्यूम खरीद दबाव में वृद्धि का संकेत देता है, जो संभावित रूप से कीमत को उच्च स्तर तक ले जाएगा.कुल मिलाकर, बाजार में उलटफेर का रुझान दिखाई देता है. एक महत्वपूर्ण प्रतिरोध ब्रेकआउट एक प्रवृत्ति के उलटफेर का संकेत देगा, जो मंदी की प्रवृत्ति को समाप्त करेगा और तेजी की शुरुआत करेगा”.
वैश्विक बाजार में अन्य एशियाई बाजारों में मिलाजुला रुख देखने को मिला. जापान का निक्केई 225 और दक्षिण कोरिया का कोस्पी सूचकांक बढ़त के साथ खुला, इसके अलावा अन्य एशियाई सूचकांकों में गिरावट दर्ज हुई है. इस रिपोर्टके दौरान, हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक 2 प्रतिशत से अधिक नीचे था, जबकि ताइवान वेटेड सूचकांक में 0.36 प्रतिशत की गिरावट आई.