आज के बाजार के दिनभर के कारोबार में 88 रूपये के करीब पहुंचने के बाद रूपाया 87.50 डॉलर प्रति डॉलर पर स्थिर रहा.
अमेरिकी मुद्रा टैरिफ चिंताओं के कारण रुपया सोमवार 10 फरवरी को 45 पैसे टूटकर 88 रुपये प्रति डॉलर के स्तर के करीब पहुंच गया, लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक (RBI ) हस्तक्षेप की आशंका के चलते यह 87.50 पर स्थिर बंद हुआ.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा स्टील और एल्युमीनियम के आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की योजना के बाद विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा में मजबूती आई,और अमेरिकी निर्यात पर कर लगाने वाले देशों पर भी पारस्परिक टैरिफ लगाने की योजना बनाई गई है.
उन्होंने कहा कि इस कदम से वैश्विक व्यापार युद्ध को लेकर चिंता बढ़ गई है, क्योंकि चीन के भी पारस्परिक शुल्क प्रभावी हो गए हैं.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में आज रुपया 87.94 पर खुला और सत्र के दौरान अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 87.95 के सर्वकालिक निम्नतम स्तर को छू गया. हालांकि, स्थानीय मुद्रा ने शुरुआती नुकसान को कम कर लिया और अंत में 87.50 (अनंतिम) पर स्थिर बंद हुई, जो पिछले बंद के मुकाबले अच्छा है.
शुक्रवार को रुपया अपने सर्वकालिक निम्नतम स्तर से 9 पैसे सुधरकर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.50 पर बंद हुआ.
6 फरवरी को डॉलर के मुकाबले रुपया 87.59 के सर्वकालिक निम्नतम स्तर पर पहुंच गया.
इसी दौरान छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.14 प्रतिशत बढ़कर 108.18 पर कारोबार कर रहा था.
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, “कमजोर घरेलू बाजारों और मजबूत अमेरिकी डॉलर सूचकांक के कारण भारतीय रुपया शुरुआती कारोबार में नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया. हालांकि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ) के कथित हस्तक्षेप से रुपये ने शुरुआती नुकसान की भरपाई कर ली.”
अनुज चौधरी ने कहा, “इस सप्ताह व्यापारी अमेरिका और भारत से आने वाले मुद्रास्फीति के आंकड़ों से संकेत ले सकते हैं. और USDINR हाजिर मूल्य 87.25 से 87.80 के बीच रहने की उम्मीद है.”
इसी दौरान इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.98 प्रतिशत बढ़कर 75.39 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया.
शनिवार के दिन भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा ,की बाजार की ताकतें अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये का मूल्य तय करती हैं और केंद्रीय बैंक मुद्रा के मूल्य में दिन-प्रतिदिन होने वाले उतार-चढ़ाव को लेकर चिंतित नहीं है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की रिजर्व बैंक बोर्ड के साथ बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए संजय मल्होत्रा ने कहा कि केंद्रीय बैंक मध्यम से दीर्घ अवधि में रुपये के मूल्य पर ध्यान केंद्रित करता है.
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि भारतीय रुपया नकारात्मक रुझान के साथ कारोबार कर रहा है, क्योंकि विदेशी बैंक डॉलर की खरीद पर उतारू हैं और आयातक डॉलर को सुरक्षित करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें वैश्विक अनिश्चितता के बीच आगे मूल्यह्रास की आशंका है.
घरेलू शेयर बाजार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 548.39 अंक यानी 0.70 प्रतिशत बढ़कर 77,311.80 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 178.35 अंक यानी 0.76 प्रतिशत बढ़कर 23,381.60 अंक पर बंद हुआ.
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार , विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को पूंजी बाजार में शुद्ध आधार पर 470.39 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची. इसी दौरान भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा , कि 31 जनवरी को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 1.05 अरब डॉलर बढ़कर 630.607 अरब डॉलर हो गया.
पिछली बार की गई रिपोर्टिंग सप्ताह में समग्र भंडार 5.574 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 629.557 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया था.