दिल्ली में भाजपा विधायकों ने नजफगढ़ का नाम बदलकर नाहरगढ़ और मोहम्मदपुर का नाम बदलकर माधवपुरम करने की मांग की है. विधायक नीलम पहलवान ने गुरुवार को दिल्ली विधानसभा में एक प्रस्ताव पेश किया.
दिल्ली में भाजपा विधायकों ने राष्ट्रीय राजधानी में निर्वाचन क्षेत्रों का नाम बदलने की मांग की है जिनमे नजफगढ़ से नाहरगढ़, मोहम्मदपुर से माधवगढ़ और मुस्तफाबाद से शिवपुरी. भाजपा विधायक नीलम पहलवान ने गुरुवार 27 फरवरी को दिल्ली विधानसभा में नजफगढ़ का नाम बदलकर ‘नाहरगढ़’ करने का प्रस्ताव पेश किया. इसी दौरान आरके पुरम से भाजपा विधायक अनिल शर्मा ने भी मोहम्मदपुर का नाम बदलकर माधवपुरम करने की मांग की.
भाजपा ने जैसे ही 2025 के विधानसभा चुनावों में दिल्ली में जीत हासिल की , राष्ट्रीय राजधानी में सत्ता से 27 साल की अनुपस्थिति समाप्त हुई, कुछ विधायकों ने अपने एजेंडे के हिस्से के रूप में स्थानों का पुनः नामकरण करने पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया.
8 फरवरी को दिल्ली विधानसभा में भाजपा के बहुमत की पुष्टि करने वाली घोषणा के बाद, वरिष्ठ भाजपा नेता मोहन सिंह बिष्ट ने घोषणा की थी कि आधिकारिक रूप से पदभार ग्रहण करने के बाद वे मुस्तफाबाद का नाम बदलकर “शिव पुरी” या “शिव विहार” कर देंगे.
भाजपा विधायक नीलम पहलवान ने गुरुवार 27 फरवरी को नजफगढ़ का नाम बदलकर नाहरगढ़ करने का प्रस्ताव पेश किया. जब की मोहम्मदपुर और मुस्तफाबाद के नाम बदलने का प्रस्ताव अभी तक दिल्ली विधानसभा में औपचारिक रूप से पेश नहीं किया गया है.
नजफगढ़ से नाहरगढ़
दिल्ली चुनाव में आप उम्मीदवार तरुण कुमार को 29,000 से अधिक मतों के अंतर से हराकर निर्णायक जीत हासिल करने वाली नीलम पहलवान ने नजफगढ़ का नाम बदलकर नाहरगढ़ करने का प्रस्ताव रखा है. उनका तर्क यही है की जो ब्रिटिश शासन के खिलाफ 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में एक प्रमुख व्यक्ति थे जिनका नाम राजा नाहर सिंह था उनको इस परिवर्तन से सम्मान मिलेगा.भाजपा विधायक पहलवान ने दावा किया कि मूल नाम मुगल सम्राट औरंगजेब द्वारा बदल दिया गया था और इसे बहाल करना राजा नाहर सिंह के ऐतिहासिक महत्व को श्रद्धांजलि होगी.
दिल्ली विधानसभा में बोलते हुए भाजपा विधायक नीलम पहलवान ने कहा, “आप जानते हैं कि मेरा निर्वाचन क्षेत्र दिल्ली के ग्रामीण इलाकों से है और इसकी सीमा हरियाणा के तीन क्षेत्रों से लगती है. जब मुगल शासक शाह आलम द्वितीय ने नजफगढ़ पर अधिकार किया, तो इस क्षेत्र में बहुत अधिक अत्याचार हुआ. ” नीलम पहलवान ने कहा, “1857 के विद्रोह के दौरान राजा नाहर सिंह ने लड़ाई लड़ी और नजफगढ़ क्षेत्र को दिल्ली प्रांत में शामिल कराया.”
मोहम्मदपुर से माधवपुरम
भाजपा विधायक अनिल शर्मा ने गुरुवार २७ फरवरी को कहा कि वह आरके पुरम विधानसभा क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव का नाम बदलकर माधवपुरम करने की मांग करेंगे.अनिल शर्मा ने कहा कि नगर निगम ने पहले भी यह प्रस्ताव रखा गया था , लेकिन पिछली आप सरकार के समय यह दिल्ली विधानसभा में लंबित रहा. अब वह इस मुद्दे को फिर से उठाने की योजना बना रहे हैं.
नाम बदलने के पीछे की वजह के बारे में पूछे जाने पर अनिल शर्मा ने कहा कि यह फैसला जनता की मांग पर आधारित किया गया है. उन्होंने कहा, “लोग चाहते हैं कि इस गांव का नाम मोहम्मदपुर की जगह माधवपुरम रखा जाए. नई सरकार लोगों की इच्छा का प्रतिनिधित्व करती है और उनकी मांगें पूरी की जाएंगी.”
मुस्तफाबाद से शिवपुरी
मोहन सिंह बिष्ट ने पहले घोषणा की थी कि आधिकारिक रूप से पदभार ग्रहण करने के बाद वह मुस्तफाबाद का नाम बदलकर “शिव पुरी” या “शिव विहार” रखेंगे. समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बिष्ट ने कहा, ” मैंने पहले भी यह कहा है, मैं इस क्षेत्र का नाम मुस्तफाबाद से बदलकर शिव पुरी या शिव विहार रखूंगा. मैं यह समझने में असफल हूं कि राजनीतिक दल मुस्तफाबाद नाम को बरकरार रखने पर क्यों अड़े हुए हैं. हिंदुओं के मुख्य निवास वाले क्षेत्र का नाम शिव पुरी या शिव विहार क्यों नहीं रखा जा सकता है? लोग ‘मुस्तफा’ नाम से परेशान हैं और इसे बदला जाना चाहिए. मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि ऐसा हो. ”
उत्तर-पूर्वी दिल्ली का मुस्लिम बहुल निर्वाचन क्षेत्र मुस्तफ़ाबाद 2020 के सांप्रदायिक दंगों से बुरी तरह प्रभावित हुआ था. हाल के चुनावों में करावल नगर से चार बार विधायक रहे भाजपा के मोहन सिंह बिष्ट ने आप के अदील अहमद को हराकर 17,500 से अधिक मतों के अंतर से सीट जीती.