वित्त वर्ष 2024 में भाजपा की आय 4,340 करोड़ रूपये रही – जो 5 राष्ट्रीय दलों की संयुक्त आय से तीन गुना अधिक है: रिपोर्ट

Hetal Chudasma

वित्त वर्ष 2023-24 में भाजपा ने 4,340 करोड़ रूपये की चौंका देने वाली आय दर्ज की, जो पांच अन्य राष्ट्रीय दलों की संयुक्त आय से कहीं ज्यादा है. यह वित्तीय प्रभुत्व भाजपा की अद्वितीय धन उगाहने की क्षमताओं को उजागर करता है और भारत में राजनीतिक समानता पर सवाल उठाता है.

17 फरवरी सोमवार को चुनाव निगरानी संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के विश्लेषण में कहा गया की ,भारतीय जनता पार्टी यानि की भाजपा ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान कुल 4,340.473 करोड़ रुपये की आय घोषित की है , लेकिन इसका केवल 50.96 प्रतिशत, यानी 2,211.698 करोड़ रुपये ही खर्च किया है. 

इसके उपरांत एडीआर ने कांग्रेस पार्टी का भी बताया है ,जिसमे  वित्तीय वर्ष में कांग्रेस पार्टी की कुल आय 1,225.119 करोड़ रुपये थी , जबकि उसका व्यय 1,025.248 करोड़ रुपये था , जो उसकी कुल आय का 83.69 प्रतिशत है.

एडीआर ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान पूरे भारत में राष्ट्रीय दलों की कुल आय और व्यय का विश्लेषण किया , जैसा कि पार्टियों ने भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) को सौंपी अपनी वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट में घोषित किया है.

भारत में छह राष्ट्रीय पार्टियाँ हैं.  भाजपा और कांग्रेस के अलावा, अन्य राष्ट्रीय पार्टियों में बहुजन समाज पार्टी यानी की बसपा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी यानि की सीपीआईएम, आम आदमी पार्टी यानि की आप और नेशनल पीपुल्स पार्टी  यानि की एनपीईपी शामिल हैं. सभी पार्टियों के लिए वार्षिक लेखापरीक्षित खाते प्रस्तुत करने की निर्धारित तिथि 31 अक्टूबर, 2024 थी.

एडीआर ने कहा कि केवल बीएसपी, एनपीईपी और आप ने ही अपनी ऑडिट रिपोर्ट समय पर प्रस्तुत की, जब की सीपीआई ने 12 दिनों के बाद ,कांग्रेस ने 53 दिनों के बाद और भाजपा ने 66 दिन की देरी के बाद उन्हें प्रस्तुत किया.

विश्लेषण से प्राप्त प्रमुख निष्कर्ष इस प्रकार हैं:

  • भाजपा ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान कुल  4,340.473 करोड़ रूपये  की आय घोषित की, लेकिन इसका केवल 50.96 प्रतिशत यानी 2,211.698 करोड़  रूपये ही खर्च किया. जब की कांग्रेस पार्टी की कुल आय  1,225.119 करोड़ रूपये  रही , जबकि उसका व्यय  1,025.248 करोड़ रूपये  रहा, जो उसकी कुल आय का 83.69 प्रतिशत है.

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  • सीपीआई(एम) की कुल आय 167.636 करोड़ रुपये थी.  पार्टी ने 127.283 करोड़ रुपये खर्च किए , जो उसकी आय का 75.93 प्रतिशत है.
  • बीएसपी की कुल आय  64.7798 करोड़ रूपये थी, जबकि वर्ष के लिए इसका व्यय  43.189 करोड़ रूपये था, जो इसकी कुल आय का 66.67 प्रतिशत है.

वित्त वर्ष 2023-24 के लिए राष्ट्रीय दलों की कुल आय

छह राष्ट्रीय दलों की कुल आय, उनकी वार्षिक लेखापरीक्षा रिपोर्ट में प्रस्तुत, पूरे भारत में विभिन्न स्रोतों से प्राप्त आय से संकलित की गई है.

इन पार्टियों भाजपा, कांग्रेस, सीपीआई (एम), आप, बसपा और एनपीईपी  ने पूरे भारत से एकत्रित कुल 5820.912 करोड़ रूपये की आय घोषित की है. 

राष्ट्रीय दलों में सबसे अधिक आय भाजपा ने दिखाई है, जिसकी वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान आय 4340.473 करोड़ रूपये  रही. यह वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान छह राष्ट्रीय दलों की कुल आय का 74.567 प्रतिशत है.

जब की कांग्रेस ने 1225.119 करोड़ रूपये  की दूसरी सबसे अधिक आय घोषित की , जो 6 राष्ट्रीय दलों की कुल आय का 21.047 प्रतिशत है.

वित्त वर्ष 2022-23 और 2023-24 के बीच भाजपा की आय 83.85 प्रतिशत या 1,979.629 करोड़ रूपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 2,360.844 करोड़ रुपये  से वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान 4,340.473 करोड़  रूपये हो गई.

कांग्रेस की आय वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 452.375 करोड़ रूपये  से 170.82 प्रतिशत या   772.744 करोड़ रूपये  से  बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान 1,225.119 करोड़ रूपये  हो गई.

सीपीआई (एम) की आय वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 141.661 करोड़ रूपये  से 18.34 प्रतिशत या 25.975 करोड़ रूपये से  बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान 167.636 करोड़  रूपये हो गई.

वित्त वर्ष 2023-24 के लिए राष्ट्रीय दलों की आय के शीर्ष 3 स्रोत

दान/अंशदान से सबसे अधिक आय प्राप्त करने वाले राष्ट्रीय दलों में भाजपा- 3,967.1484 करोड़ रूपये. कांग्रेस-  1,129.6698 करोड़ रूपये , सीपीआई (एम)-   74.867 करोड़ रूपये, आप- 22.139 करोड़रूपये  और एनपीईपी- 17.69 लाख रूपये शामिल हैं.

वित्त वर्ष 2023-24 के लिए राष्ट्रीय दलों के व्यय की शीर्ष 3 मदें

भाजपा का अधिकतम व्यय चुनाव/सामान्य प्रचार पर हुआ है, जो  1,754.065 करोड़ रूपये  है, इसके बाद प्रशासनिक लागत पर 349.718 करोड़ रूपये  खर्च हुए हैं.

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कांग्रेस का अधिकतम व्यय चुनाव व्यय पर हुआ है जो 619.672 करोड़ रुपये रहा , इसके बाद प्रशासनिक और सामान्य व्यय 340.702 करोड़ रुपये रहा. 

राष्ट्रीय दलों द्वारा घोषित आय के सभी स्रोत, वित्त वर्ष 2023-24

  • तीन राष्ट्रीय दलों, भाजपा, कांग्रेस और आप ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए चुनावी बॉन्ड के माध्यम से दान से अपनी कुल आय का 43.36 प्रतिशत   2524.1361 करोड़ रूपये एकत्र किया. भाजपा को चुनावी बॉन्ड के माध्यम से  1685.6261 करोड़ रूपये, कांग्रेस को 828.36 करोड़ रूपये और आप को 10.15 करोड़ रूपये का दान मिला.
  • वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान, 6 राष्ट्रीय दलों ने दान/अंशदान से  कुल 2,669.865 करोड़ रूपये की आय प्राप्त करने की घोषणा की. 
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