आज 24 जनवरी 2025 के दिन वित् मंत्री निर्मला सीतारमण बजट 2025 के लिए पारंपरिक रस्म हलवा समारोह का नेतृत्व करेंगी. वित्त मंत्री के रूप में यह उनका सातवा बजट होगा.
पारंपरिक हलवा समारोह ,जो एक केंद्रीय बजट तैयारी प्रक्रिया के अंतिम चरण का प्रतीक है, यह समारोह 24 जनवरी 2025 शुक्रवार को केंद्रीय सचिवालय के नॉर्थ ब्लॉक में आयोजित किया जाएगा.
परंपरा के मुताबिक ,वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस समारोह का नेतृत्व करेंगी. इस समारोह में राज्य मंत्री पंकज चौधरी और सचिव मौजूद रहेंगे. और केंद्रीय बजट की तयारी और संकलन प्रक्रिया में शामिल कर्मचारी और अधिकारी भी इस समारोह के हिस्सा बनेगे.
हलवा रस्म क्या है ?
हलवा समारोह हर साल केंद्रीय बजट की तयारी के लिए “लॉक-इन” प्रक्रिया शुरू होने से पहले किया जाता है.
इस समारोह नॉर्थ ब्लॉक में एक बड़ी ‘कड़ाही’ में भारतीय मिठाई ‘हलवा’ तैयार किया जाता है.
वित्त मंत्री औपचारिक रूप से ‘कड़ाही’ हिलाते हैं और बाद में बजट तैयारी के प्रक्रिया में शामिल सभी लोगो को हलवा परोसते है.
यह परंपरा बजट निर्माण की प्रक्रिया में शामिल वित्त मंत्रालय के अधिकारियों की कड़ी मेहनत को मान्यता देने का भी एक तरीका है.
हलवा समारोह संसद में प्रस्तुतिकरण से पहले सभी बजट दस्तावेजों के मुद्रण की प्रक्रिया का शुभारम्भ करता है.
हलवा समारोह एक महत्व पूर्ण कार्यक्रम है ,क्योकि यह वित्त मंत्रालय में लॉकडाउन की शुरुआत का भी प्रतीक है,मतलब की बजट के दौरान किसी भी अधिकारी को मंत्रालय परिसर से बाहर जाने की अनुमति नहीं है. बजट टीम के सभी सदस्यों को संसद में वित्तीय दस्तावेज पेश किये जाने के बाद ही बहार जाने की अनुमति है.
साल 1980 से केन्द्रीय बजट की छपाई नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में एक स्थायी सुविधा बन गई है.
इस साल केंद्रीय बजट कब पेश होगा ?
इस साल संसद का बजट सत्र 31 जनवरी 2025 से शुरू होगा और तय कार्यक्रम के अनुसार 4 अप्रैल तक समाप्त होगा. और संसद बजट 1 फरवरी को पेश किया जायेगा.
31 जनवरी से शुरू होने वाले बजट सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी. संसद में 14 फरवरी से अंतर-सत्र अवकाश रहेगा और 10 मार्च को दोनों सदन अपनी बैठकें फिर से शुरू करेंगे. पिछले बजट की तरह इस साल भी बजट 2025 कागज रहित रूप में प्रस्तुत किया जाएगा.
निर्मला सीतारमण का 7वां बजट
आनेवाला बजट 2025 निर्मला सीतारमण के वित्त मंत्री के रूप में सातवां केंद्रीय बजट होगा. निर्मला सीतारमण के नाम सबसे ज्यादा वार्षिक बजट पेश करने का रिकार्ड है, जो इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नाम था, जिन्होंने वित्त मंत्री के रूप में 1959 से 1964 के बीच पांच वार्षिक बजट और एक अंतरिम बजट पेश किया था.