Dhirubhai Ambani Birthday: धीरूभाई अंबानी का जन्म 28 दिसंबर 1932 को एक साधारण परिवार में हुआ था. धीरूभाई अंबानी ने 8 मई 1973 में रिलायंस कॉमर्स कॉरपोरेशन के नाम से अपने बिजनेस की शुरुआत की थी. और आज देखा जाए ,तो रिलायंस कंपनी देश की सब से बड़ी मूल्यवान कंपनी में से एक है.
रिलायंस कंपनी( Reliance Industries )देश की सबसे मूल्यवान कंपनी में से एक है. और इसका कारोबार ऑयल एंड गैस से लेकर ग्रीन एनर्जी (Green Energy), टेलीकॉम से रिटेल मार्केट तक कई सेक्टर्स में फैला हुआ है. मुकेश अंबानी (Mukes Ambani )और अनिल अंबानी (Anil Ambani) देश के जाने माने बिज़नेसमेन है. उनके पिता धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani ) ने रिलायंस कंपनी (Reliance Industries ) की स्थापना की थी. आज 28 दिसंबर 2024 को उनकी जन्म जयंती है.
अंबानी परिवार का नाम आज सिर्फ भारत में ही नहीं ,बल्की पूरी दुनिया मै सबसे अमीर और सफल परिवार में लिया जाता है. इस प्रतिष्ठा की नीव रखने वाले धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani ) ने पेट्रोल पंप पर की नौकरी से लेकर कारोबार में उतरने और एक बड़ा बिजनेस एम्पायर खड़ा करने की जर्नी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. आइए जानते है उनके जीवन के संघर्ष के बारे मै …
धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani ) का जन्म
रिलायंस कंपनी (Reliance Industries )के संस्थापक धीरूभाई अंबानी (Dhirubhi Ambani ) का जन्म 28 दिसंबर 1932 को गुजरात के जूनागढ़ जिले के चोरवाड़ गांव में एक साधारण परिवार में हुआ था. उनके पिता एक शिक्षक थे . पर उनके घर की आर्थिक परिस्थिति ठीक नहीं थी. आर्थिक परिस्थिति के कारण उन्हें दसवीं के बाद अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी. 17 साल की उम्र में ही परिवार की मदद करने के लिए ,उन्होंने शहर में छोटे – मोटे काम करके पैसे कमाना शुरू कर दिया था.
धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani ) का जीवन संघर्ष
धीरूभाई अंबानी (Dhirubhi Ambani ) ने परिवार की आर्थिक परिस्थितिओ के कारण 17 साल की उम्र में ही अपनी पढ़ाई छोड़ दी थी,और वो परिवार की मदद करने के लिए अपने भाई रमणिकलाल के पास यमन के अदन शहर में नौकरी करने के लिए चले गए थे. वहा पे उन्होंने पेट्रोल पंप में नौकरी शुरु की. वहा उन्हें 300 रूपये मासिक वेतन मिलता था. वहा पे उन्होंने अपनी पूरी ईमानदारी और मेहनत से काम किया ये देखकर कंपनी वालो ने उन्हें पेट्रोल पंप का मेनेजर तक बना दिया था.
रिलायंस कंपनी (Reliance Industries ) की शुरुआत
यमन में धीरूभाई ने 5 साल तक नौकरी की थी पर उनके मन में कुछ और ही चल रहा था, 5 साल बाद उन्होंने घर वापसी करने का मन बना लिया था. और अपने देश भारत में ही बिज़नेस करने का सोच रहे थे. 1954 में धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani ) भारत लौट आए. 500 रूपये के साथ उन्होंने मुंबई में एक छोटे से कमरे में रिलायंस कॉमर्स कॉरपोरेशनकी शुरुआत की. जहा पे 350 वर्ग फुट के ऑफिस (कमरे) में एक मेज, तीन कुर्सी, दो सहयोगी और एक टेलिफोन ही था और दिन में वे लोग 10 घंटे तक ही काम करते थे. इसके जरिए भारत के मसाले विदेश में भेजे जाते थे. जबकि विदेश का पोलिएस्टर भारत में लाकर बेचा जाने लगा. कारोबार आगे बढ़ा तो धीरूभाई अंबानी(Dhirubhai Ambani ) ने फिर कभी पीछे मुड़कर नही देखा. धीरे- धीरे उन्होंने व्यापार को बढ़ाया और 1966 में विमल ब्रांड के साथ टेक्स्टाइल उधोग में कदम रखा. यह ब्रांड बहुत जल्द ही भारतीय बाजार में लोकप्रिय हो गया और धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani ) ने अपनी पहचान बनाई .
धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani )की सफलताए
धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani ) ने टेक्सटाइल के साथ – साथ पेट्रोकेमिकल्स , रिफाइनिंग ,और अन्य क्षेत्रों में भी विस्तार किया . उन्होंने केवल व्यवसाय को ही नहीं बल्कि लाखो लोगो को रोजगार के अवसर प्रदान किए. उनकी दूरद्रष्टि और नेतृत्व क्षमता ने साल 2000 तक रिलायंस को भारत की नंबर 1 कंपनी बना दिया. जिसकी वेल्युएशन 62 हजार करोड़ रूपये थी.
रिलायंस कंपनी (Reliance Industries ) बनी देश की सबसे बड़ी कंपनी
रिलायंस कंपनी को अलग मुकाम पर पहोचाने वाले धीरूभाई अंबानी (धीरूभाई अंबानी ) का 6 जुलाई 2002 को निघन हो गया. उनके निधन के बाद उनकी पत्नी कोकिलाबेन अंबानी (Kokilaben Ambani ) ने कंपनी संभाली .और उनके बाद बिज़नेस दोनों बेटो मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani )और अनिल अंबानी( Anil Ambani )में बाटा गया. आज बड़े बेटे मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani ) की देश की सब से बड़ी मूल्यवान कंपनी है, जिसका नाम रिलायंस कंपनी (reliance industries) है . रिलायंस कंपनी (reliance industries) की वेल्यू 16 .60 लाख करोड़ रूपये है. मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani ) दुनिया के अमीर लोगो में गिने जाते है.