व्हाट्सएप ग्रुप ‘सनातन धर्म सर्वोपरी’ के एडमिन अभिषेक दुबे की शिकायत के बाद गौर थाने में एफआईआर दर्ज की गई. जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले व्यक्ति के खिलाफ थी.
5 मार्च बुधवार को उतर प्रदेश पुलिस ने यह जानकारी दी की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला वीडियो पोस्ट करने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ एफआरआई दर्ज की गई है.
पुलिस ने बताया कि व्हाट्सएप ग्रुप ‘सनातन धर्म सर्वोपरी’ के एडमिन अभिषेक दुबे की शिकायत पर गौर पुलिस थाने में मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज की गई. ग्रुप के एक सदस्य ने कथित वीडियो पोस्ट किया था.
यह एफआईआर धारा 353 (1) (सार्वजनिक शरारत का कारण बनने वाला बयान), 351 (4) (आपराधिक धमकी) और आईटी अधिनियम की धारा 66 के तहत दर्ज की गई थी.
एसएचओ धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि उतर प्रदेश पुलिस आरोपियों का पता लगाने की कोशिश कर रही है.
महाकुंभ भगदड़ पर आदित्यनाथ ने क्या कहा
इसे पहले यूपी के सीएम ने मंगलवार को कहा ,की उनकी सरकार ने महाकुंभ में भगदड़ के बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तेजी से काम किया और इस घटना को उजागर नहीं होने दिया, क्योंकि इससे उस दिन स्थल पर मौजूद करोड़ों श्रद्धालुओं में दहशत फैल सकती थी.
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की यह टिप्पणी प्रयागराज में मची भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की मौत के एक महीने बाद आई है. आदित्यनाथ ने महाकुंभ में लिए गए पानी के नमूनों में फेकल कोलीफॉर्म के उच्च स्तर के बारे में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट पर आधारित दावों को भी खारिज कर दिया.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में आदित्यनाथ के हवाले से कहा गया, “भीड़ नदी में पानी की धारा की तरह है… जब भी धारा को रोकने का प्रयास किया जाता है, तो यह या तो बाहर निकल जाती है या फैल जाती है और नुकसान पहुंचाती है. यह उस रात हुआ जब साइट पर भारी भीड़ मौजूद थी और हर कोई सुबह 4 बजे पवित्र स्नान करना चाहता था. जो की मौनी अमावस्या 28 जनवरी को शाम 7.30 बजे शुरू हुई थी, इसलिए भीड़ बढ़ गई और यह घटना रात 1 से 1.30 बजे के बीच हुई.”
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के प्रमुख स्नान अनुष्ठान मौनी अमावस्या पर संगम घाट पर कम से कम 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए.