जम्मू-कश्मीर के कठुआ में ताजा मुठभेड़ : 3 आतंकवादी घिरे, 6 पकड़े गए, ‘आखिरी आतंकवादी के मारे जाने तक अभियान जारी रहेगा’

Hetal Chudasma

कठुआ जिले में तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने पुलिस के साथ मुठभेड़ की, जो आठ दिनों में तीसरी मुठभेड़ है. तीन फंसे हुए आतंकवादियों को पकड़ने के लिए रात में घेराबंदी की गई, जबकि सुरक्षा बल हवाई सहायता से गहन तलाशी अभियान चला रहे हैं.

एक अधिकारी ने बताया कि 31 मार्च सोमवार रात कठुआ जिले में तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने पुलिस दल पर गोलीबारी की और रामकोट बेल्ट के पंजतीर्थी इलाके में अभियान जारी है.

यह आठ दिनों में क्षेत्र में पुलिस और आतंकवादी समूह के बीच तीसरी झड़प थी.

यहां शीर्ष अपडेट देखें:

सूत्रों के मुताबिक, कठुआ जंगल में फंसे तीनों आतंकवादियों के भागने की संभावना को सुनिश्चित करने के लिए पुलिस दल द्वारा रात में घेराबंदी कर दी गई है.

इससे पहले दिन में उप महानिरीक्षक शिव कुमार शर्मा ने कहा कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक कि अंतिम आतंकवादी को मार नहीं दिया जाता. उन्होंने सीमा के निकट रहने वाले लोगों से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने का आग्रह किया.

शिव कुमार शर्मा ने रियासी में संवाददाताओं से कहा , “अभियान जारी है और जब तक एक भी आतंकवादी बचा है, जम्मू-कश्मीर पुलिस अपने मिशन में लगी रहेगी. हमारा बल आतंकवाद को खत्म करने और जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है.”

सुरक्षा बलों और पुलिस कर्मी दल  ने हवाई निगरानी और खोजी कुत्तों की मदद से तीन आतंकवादी की तलाश तेज कर दी है. इनके द्वारा जारी तलाशी के दायरे में राजबाग क्षेत्र के रुई, जुथाना, घाटी और सान्याल के वन क्षेत्र और बिलावर के कुछ हिस्से शामिल हैं.

30 मार्च रविवार की रात काले कपड़े पहने और बैग लिए तीन लोग रुई गांव में शंकर के घर में घुस आए और वहां अकेली बुजुर्ग महिला से पानी मांगा.

महिला ने अपने घर पर संवाददाताओं को बताया, “तीनों मेरे घर आए. मैं अकेली थी.  उन्होंने मुझसे पानी मांगा. मैंने उन्हें पानी दिया और डर के मारे दूसरे कमरे में भाग गई.”

अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों और पुलिस कर्मी ने ने भागे हुए आतंकवादियों की संदिग्ध गतिविधियों की ताजा रिपोर्ट मिलने के बाद छह लोगों को हिरासत में लिया है. सुरक्षा एजेंसियों कहना है कि हिरासत में लिए गए छह लोगों ने भागे हुए आतंकवादियों को भोजन, आश्रय और मार्गदर्शन प्रदान किया होगा.

सभी छह लोग मोहम्मद लतीफ के परिवार से हैं, जो पिछले साल सेना के ट्रक पर हुए हमले के दौरान मल्हार में आतंकवादियों की मदद करने के आरोप में वर्तमान में पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत जेल में बंद एक ओवरग्राउंड वर्कर है. उस हमले के छह सैनिक मारे गए थे.

27 मार्च को कठुआ के सान्याल क्षेत्र के वन क्षेत्र में  हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी और चार पुलिसकर्मी मारे गए थे, इसके अलावा  एक पुलिस उपाधीक्षक सहित तीन अन्य घायल हो गए थे.

23 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास नर्सरी इलाके में आतंकवादियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई. और उसके बाद आतंकवादी भागने में सफल रहे.

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