कोलकाता मौसम: बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक एंटीसाइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण आईएमडी ने 22 मार्च तक कोलकाता में गरज, बिजली और बारिश का अनुमान लगाया है. पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश की उम्मीद है, साथ ही तापमान में 4-6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग आईएमडीने बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक प्रतिचक्रवाती परिसंचरण के कारण 22 मार्च तक कोलकाता के कुछ हिस्सों में आंधी, बिजली और वर्षा की संभावना जताई है.
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ने कहा, “मध्य ओडिशा से विदर्भ तक एक द्रोणिका बनी हुई है, और निचले क्षोभमंडल स्तर पर बंगाल की खाड़ी के ऊपर उपरोक्त द्रोणिका और प्रतिचक्रवाती परिसंचरण के कारण पूर्व और आसपास के मध्य भारत में हवा का संगम है.”
आईएमडी ने कहा, ” उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 20 और 21 मार्च को गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ हल्की या मध्यम वर्षा होने की संभावना है.”
इसके अलावा आईएमडी के मुताबिक, 19 से 22 मार्च तक कोलकाता सहित पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है.
हालांकि, पूर्वी भारत में अगले दो दिनों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है, जबकि अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में 4-6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है.
इसके अलावा क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र कोलकाता ने 20 मार्च से 22 मार्च तक पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में बारिश होने की संभावना की जानकारी दी है.
क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ने अनुमान लगाया है की, “20 से 22 मार्च 2025 तक पश्चिम बंगाल के जिलों में गरज के साथ बारिश की गतिविधि हो सकती है. निचले क्षोभमंडल स्तरों पर बंगाल की खाड़ी से अनुकूल हवा के पैटर्न और मजबूत नमी के प्रवेश की उपस्थिति की वजह से, 20-22 मार्च 2025 के दौरान पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों में बिजली और तेज झोंकेदार सतही हवाओं के साथ गरज के साथ बारिश होने की संभावना है.”
क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ने पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों के लिए 20 मार्च से 22 मार्च तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
बारिश का प्रभाव
क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ने बंगाल में बारिश के संभावित प्रभावों को सूचीबद्ध किया है. बारिश के कारण क्या नुकसान हो सकता है .
- बिजली गिरने की संभावना, विशेषकर खुले मैदान में.
- खड़ी फसलों, सब्जियों और बागवानी को कुछ नुकसान.
- ढीली एवं असुरक्षित संरचनाओं को क्षति.
- शहरी क्षेत्रों में यातायात व्यवधान.
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र कोलकाता ने बारिश के दौरान निवासियों और अधिकारियों को सुरक्षित रहने में मदद करने के लिए कुछ उपाय सुझाए हैं. जिसमे से कुछ सुझाए गए उपाय इस प्रकार है,आइए देखते है .
1. आंधी-तूफान के दौरान सुरक्षित स्थान पर शरण लें.