Gujarat Lothal City Plan: गुजरात का लोथल (Lothal) इंटरनेशनल टूरिस्म डेस्टिनेशन डेस्टिनेशन बनेगा. केंद्र सरकार अगले 5 सालों में 4000 करोड़ निवेश करने की योजना बना रही हैं जिसके तहत लोथल को इंटरनेशनल और नेशनल टूरिस्ट के लिए विकसित किया जाएगा.
बताया जा रहा हैं कि सरकार इसे बहुत बड़े टूरिस्म डेस्टिनेशन के रूप में परिवर्तित करने का प्लान बना रही है. साथ ही यह गुजरात के टूरिस्म सेक्टर में भी अपनी अहम् भूमिका निभाएगा.
सिन्धु घाटी सभ्यता में Lothal का एतिहासिक महत्व
बताया जाता हैं कि लोथल सिन्धु घाटी संभ्यता का एक प्रमुख और प्रचलित शहर था. यह उस समय भी काफी लोकप्रियता रखता था. शहर का अपना एक प्रमुख बंदरगाह भी मौजूद हुआ करता था. लोथल के बंदरगाह के जरिये मेसोपटामिया, मिस्त्र, पर्शिया जैसे अन्य सभ्यताओं द्वारा बड़ी मात्रा में व्यापार होता था.
एक बातचीत के दौरान सर्बानंद सोनोवाल ने लोथल को विक्सित करवाने के लिए 4000 करोड़ निवेश की बात कही है. यह काम पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप कॉन्ट्रैक्ट के जरिये किया जाएगा. सोनोवाल मानते है कि कंपनिया इसमें अपनी दिलचस्पी जरुर जाहिर करेगी.
लोथल शहर इस बात का गवाह है कि 5000 साल पहले इस शहर के माध्यम से सिन्धु घाटी सभ्यता अन्य एतिहासिक सभ्यताओं के साथ व्यापार में जुडी हुई थी.
लोथल पहले से ही UNESCO का वर्ल्ड हैरिटेज साईट है. सरकार का मानना हैं कि निवेश की राशि से लोथल के आसपास एक बड़ा इन्फास्ट्रक्चर विकिसित किया जाएगा. लोनोवाल के अनुसार, पहले चरण के कार्य को साल 2025 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है.
लोथल के आसपास इन्फास्ट्रक्चर विकसित करेगी सरकार, कैबिनेट ने प्रस्ताव को दी मंजूरी
लोथल के आसपास एक बड़ा इन्फास्ट्रक्चर विकसित किया जाएगा. कार्य के अंत में इसे एक बड़े टूरिस्म हब में परवर्तित कर दिया जाएगा. बताया जा रहा है कि इस योजना के लिए सरकार 12देशों के एक्सपर्ट्स के साथ मिलकर काम करेगी. सरकार ने अक्टूबर महीने में नेशनल हैरिटेज काम्प्लेक्स के फेज 1 और फेज 2 को मंजूरी दी है. लोथल के विकास को कई अहम् चरण से गुजारा जाएगा जिसके लिए हर साल निवेश की रकम जुताई जायेगी. बता दे, पहले चरण को 2025 के अंत में पूरा कर लिया जाएगा. एक बार फिर लोथल, सिन्धु घाटी सभ्यता का गवाह बनाया जाने वाला है.