META कंपनी ला रही है AI से चलने वाले यूजर्स ,इंसानों की तरह करेंगे लाइक शेयर

Hetal Chudasma

Meta AI  Bots :मेटा कंपनी अपने प्लेटफॉर्म पर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानि की AI वाले बॉट्स लाने की योजना बना रही है. यह बोट्स एकदम इंसानों जैसे ही काम करेंगे .आइए इसके बारे में विस्तार से जानते है.

 

Meta AI यूजर्स : facebook  और  इंस्ट्राग्राम जैसे सोशलमीडिया प्लेटफॉर्म की मूल कंपनी  META  अब अपने प्लेटफॉर्म को और ऊपर लाने  के  लिए अब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानि की AI वाले बॉट्स लाने की योजना बना रही है. ये बोट्स बिलकुल इंसानों की तरह ही काम करेंगे. रिपोर्ट्स के अनुसार  META कंपनी  AI  से चलने वाले ऐसे करेक्टर्स को बनाने का काम कर रही है ,जो  सोशलमीडिया पर पोस्ट कर सकेंगे ,लाइक कर सकेंगे और शेयर भी कर सके और अन्य काम भी कर सकेंगे जैसे एक आम इंसान कर रहा हो. इस AI  बॉट्स को फेसबुक और इंस्टाग्राम दोनों में ही जोड़ा जा सकता है. इसके बारे में विस्तार से जानते है ….

कंपनी AI कैरेक्टर्स बनाने वाला फीचर 

META कंपनी ने पिछले साल जुलाई महीने में एक ऐसा फीचर्स लॉन्च किया था ,जो  यूजर्स को AI केरेक्टर्स  बनाने की सुविधा देता है.जो की ये फीचर्स वर्तमान में सिर्फ अमेरिका में ही उपलब्ध है.और बनाए हुए कैरेक्टर्स को पब्लिक नहीं किया जाएगा.

META  AI  बॉट्स क्या है 

फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार टेक जायंट कंपनी मेटा अपने प्लेटफॉर्म में AI को अलग -अलग तरीको से शामिल करने की कोशिश कर रही है. इसने पेहले से ही AI चैटबॉट, इंस्टाग्राम डीएम में एआई राइडिंग टूल, इंफ्ल्यूएंसर्स और क्रिएटर्स के लिए AI  अवतार भी बनाया है और बहुत कुछ  पेश किया हुआ है. META कंपनी के उपाध्यक्ष कॉनर हेयस ने बताया कि कंपनी का मकसद है कि ये AI बॉट्स हमारे प्लेटफॉर्म पर यूजर्स अकाउंट्स की तरह मौजूद रहे.

कंपनी द्वारा बनाये गया इस AI बॉट्स का अकाउंट्स होगा जिसमे में बायो और प्रोफाइल पिक्चर इंसानों  जैसी ही  होगी. वे इन प्लेटफॉर्म पर AI कंटेंट भी तैयार करके उसको शेयर कर सकेंगे. AI बॉट्स  इंसानों की तरह ही काम करेंगे .

विशेषताओं के साथ नुकसान भी 

हालांकि इस  AI बॉट्स की काफी सारि विशेषताए हे ,पर साथ ही साथ  इस से नुकसान भी हो सकता है. इसमें सबसे बड़ा  खतरा गलत जानकारी फैलना हो सकता है. इनसे बड़े  पैमाने पर गलत सुचना फैलने का जोखिम है जो काफी नुकसानकारक साबित हो सकती है. इसका कारण यह है की  AI मॉडल अक्सर गलत जानकारी भी जेनरेट कर सकते हैं.

साथ ही साथ इससे प्लेटफॉर्म पर लो-क्वालिटी का कंटेंट आने की संभावना हो सकती है ,क्योकि वर्तमान पढ़ी के AI मोडल की क्रिएटिविटी ठीक नहीं है. अगर प्लेटफॉर्म पर कंटेंट की क्वालिटी गिरती है ,तो इससे यूजर्स इन प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करना भी बंद कर सकते हैं.

 

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