दिल्ली की नवनियुक्त मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ली,विस्तार से देखे

Hetal Chudasma

दिल्ली विधानसभा का पहला सत्र प्रोटेम स्पीकर अरविंदर सिंह लवली के शपथ ग्रहण के साथ शुरू हुआ. एलजी वीके सक्सेना कल विधानसभा को संबोधित करेंगे, जिसके बाद नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट पेश की जाएगी.

24 फरवरी 2025 को दिल्ली की नवनियुक्त मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने  दिल्ली विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ली. दिल्ली की उनके के साथ कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्रा, पंकज कुमार सिंह, प्रवेश साहिब सिंह, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा और रविंदर इंद्राज सिंह ने भी दिल्ली विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ली.

दिल्ली विधानसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हुआ, जिसमें भाजपा विधायक अरविंदर सिंह लवली ने राज निवास में प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ ली. दिल्ली के सुल्तानपुर माजरा विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित आप नेता मुकेश कुमार अहलावत ने भी शपथ ली.  सीएम गुप्ता भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता को विधानसभा का स्पीकर चुनने के लिए प्रस्ताव पेश करेंगे. कार्यसूची के अनुसार, भाजपा विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा प्रस्ताव का समर्थन करेंगे.

वीके सक्सेना 25 फरवरी को विधानसभा को संबोधित करेंगे

दिल्ली विधानसभा बुलेटिन के मुताबिक ,उपराज्यपाल (एलजी) वीके सक्सेना 25 फरवरी को विधानसभा को संबोधित करेंगे, और उसके बाद नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट पेश की जाएगी. उस दिन बाद में विधानसभा एलजी के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के लिए मंच खोलेगी.

26 फरवरी 2025 को  सुबह 11 बजे धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होगी, और उसके बाद दिल्ली विधानसभा के उपाध्यक्ष का चुनाव होगा.

कैग रिपोर्ट 25 फरवरी को पेश की जाएगी

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार  23 फरवरी को घोषणा की कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट विधानसभा सत्र में पेश की जाएगी. जब मुख्यमंत्री ने पहले पिछली सरकार पर लोगों की “कड़ी मेहनत” से कमाए गए पैसे का “दुरुपयोग” करने का आरोप लगाया था और कहा था कि उन्हें एक-एक पैसे का हिसाब देना होगा तब यह घोषणा की गई है ”

सीएजी रिपोर्ट पेश किए जाने पर बोलते हुए भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, “जिस व्यक्ति की राजनीति सीएजी रिपोर्ट के आधार पर शुरू हुई, वह अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी आप है. वे हमेशा जवाबदेही से बचते रहे. जनता ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है. अब भाजपा की जिम्मेदारी है कि वह सीएजी रिपोर्ट विधानसभा में पेश करे और अरविंद केजरीवाल के भ्रष्टाचार को देश के सामने उजागर करे.”

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भी इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा, “लोकतांत्रिक प्रणाली के तहत, सीएजी रिपोर्ट पेश की जानी चाहिए… हमारे कार्यकाल के दौरान, सीएजी रिपोर्ट पेश की जाती थीं…”

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