प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘अग्रणी’ सुनीता विलियम्स के लिए लिखा भावपूर्ण संदेश: ‘अटूट दृढ़ संकल्प’

Hetal Chudasma

प्रधानमंत्री मोदी ने क्रू 9 का पृथ्वी पर स्वागत किया, जिसमें सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर स्पेसएक्स कैप्सूल पर सवार थे.

19 मार्च बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय मूल की नासा अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 286 दिन बिताने के बाद पृथ्वी पर लौटने पर एक भावपूर्ण संदेश लिखा.

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने  क्रू 9 का स्वागत किया, जिसमें अंतरिक्ष यात्री  सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर स्पेसएक्स कैप्सूल में सवार थे.

नरेंद्र मोदी ने अपनी एक पोस्ट पर लिखा, “#Crew9, आपका स्वागत है! धरती को आपकी याद आई. यह उनके धैर्य, साहस और असीम मानवीय भावना की परीक्षा रही है. सुनीता विलियम्स और #Crew9 अंतरिक्ष यात्रियों ने एक बार फिर हमें दिखाया है कि दृढ़ता का असली मतलब क्या होता है. विशाल अज्ञात के सामने उनका अटूट दृढ़ संकल्प हमेशा लाखों लोगों को प्रेरित करेगा.”

विलियम्स को ‘अग्रणी’ बताते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने अंतरिक्ष अन्वेषण की भावना का उदाहरण प्रस्तुत किया है.

“अंतरिक्ष अन्वेषण का मतलब है मानवीय क्षमता की सीमाओं को आगे बढ़ाना, सपने देखने का साहस करना और उन सपनों को हकीकत में बदलने का साहस करना. अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स, एक पथप्रदर्शक और एक आदर्श, ने अपने पूरे करियर में इस भावना का उदाहरण पेश किया है.

इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने  उन सभी लोगों को भी धन्यवाद दिया जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर फसे हुए अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए अथक परिश्रम किया.

प्रधानमंत्री ने  कहा, “हमें उन सभी लोगों पर बहुत गर्व है जिन्होंने उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए अथक परिश्रम किया.उन्होंने दिखाया है कि जब सटीकता जुनून से मिलती है और तकनीक दृढ़ता से मिलती है तो क्या होता है.”

सुनीता विलियम्स की धरती पर वापसी

नासा क्रू-9 के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स, निक हेग, बुच विल्मोर और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोरबुनोव स्पेसएक्स कैप्सूल में सवार होकर पृथ्वी पर लौटने के बाद मंगलवार 18 मार्च शाम को धरती पर उतर गए.

अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने 286 दिनों में पहली बार नीले ग्रह की हवा में सांस ली, क्योंकि कई तकनीकी त्रुटियों के कारण उनका एक सप्ताह का मिशन विलंबित हो गया था.

शुरू में यह मिशन केवल एक सप्ताह तक चलने वाला था, लेकिन बोइंग स्टारलाइनर कैप्सूल में कुछ समस्या आने के कारण उनके मिशन को नौ महीने से ज्यादा समय तक बढ़ा दिया गया, जिससे उनकी वापसी में देरी हो गई. और सुनिता विलियम्स और बुच विल्मॉर को 286 दिन के लिए अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर रुकना पड़ा.

सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक,अंतरिक्ष यात्री हमेशा की तरह स्ट्रेचर पर कैप्सूल से उतरे. स्पेसएक्स द्वारा यह एहतियात लंबी अवधि के अंतरिक्ष मिशन से लौटने वाले सभी अंतरिक्ष यात्रियों के लिए बरती जाती है.

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