प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारतीय समुदाय की ओर से भव्य स्वागत किया गया और उनका औपचारिक स्वागत किया गया। मोदी बाद में बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे
गुरुवार 3 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दो दिवसीय थाईलैंड यात्रा पर बैंकॉक पहुंचने पर औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
बैंकॉक में नरेंद्र मोदी का स्वागत उप प्रधानमंत्री एवं परिवहन मंत्री सूर्या जुंगरुंगरेंगकिट द्वारा किया गया.
डॉन मुआंग हवाई अड्डे पर पहुंचने पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का भारतीय समुदाय द्वारा भव्य स्वागत किया गया और उनका औपचारिक स्वागत भी किया गया.
पीएम मोदी ने एयरपोर्ट से तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, ” बैंकॉक में भारतीय समुदाय द्वारा किए गए गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए आभारी हूं. भारत और थाईलैंड के बीच गहरा सांस्कृतिक बंधन है जो हमारे लोगों के माध्यम से फल-फूल रहा है. यह देखकर खुशी हो रही है कि यह संबंध यहां इतनी मजबूती से दिखाई दे रहा है.”
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गार्ड ऑफ ऑनर के साथ औपचारिक स्वागत की तस्वीर साझा करते हुए कहा, “गार्ड ऑफ ऑनर के साथ विशेष औपचारिक स्वागत. थाईलैंड के प्रधानमंत्री @इंगशिन ने आज बैंकॉक के गवर्नमेंट हाउस में प्रधानमंत्री @नरेंद्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया.”
प्रधानमंत्री मोदी ने बैंकॉक में रामायण का थाई संस्करण देखा
इस दौरान , नरेंद्र मोदी ने रामायण के थाई संस्करण, रामकियेन को भी देखा.
इस कार्यक्रम के दौरान एकलक नु-नगोएन ने थाईलैंड के बुंडिटपटनासिल्पा संस्थान के संगीत और नाटक संकाय के छात्रों के एक समूह के साथ मिलकर दो नृत्य शैलियों – भारत के भरतनाट्यम और थाईलैंड के खोन के सम्मिश्रण के माध्यम से महाकाव्य की पुनर्कथन प्रस्तुत किया .
प्रधानमंत्री कार्यालय ने इसे अद्वितीय सांस्कृतिक जुड़ाव बताया.
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “थाई रामायण, रामकियेन का एक आकर्षक प्रदर्शन देखा. यह वास्तव में समृद्ध अनुभव था, जिसने भारत और थाईलैंड के बीच साझा सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंधों को खूबसूरती से प्रदर्शित किया . रामायण वास्तव में एशिया के इतने सारे हिस्सों में दिलों और परंपराओं को जोड़ना जारी रखती है.”
बिम्सटेक शिखर सम्मेलन
प्रधान मंत्री इस यात्रा के दौरान गुरुवार शाम को समुद्री सहयोग पर समझौते पर हस्ताक्षर की देखरेख के लिए थाईलैंड, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, म्यांमार और भूटान के बिम्सटेक (बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल) नेताओं के साथ शामिल होंगे.