महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा, “मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि आपका भाई अजित पवार आपके साथ है. जो कोई भी हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को आँख दिखाएगा…”
21 मार्च 2025 शुक्रवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने चेतावनी दी कि मुस्लिम समुदाय को डराने या सांप्रदायिक विवाद पैदा करने की कोशिश करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. यह बात अजित पवार ने शुक्रवार को मुंबई में आयोजित इफ्तार पार्टी में कही थी. अजित पवार ने एकता और सामाजिक सद्भाव के महत्व पर जोर दिया.
अजित पवार ने कहा, “मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि आपके भाई अजित पवार आपके साथ हैं. जो कोई भी हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को आँख दिखाएगा, अगर कोई भी दो समूहों के बीच लड़ाई पैदा करने की कोशिश करेगा और कानून और व्यवस्था को अपने हाथ में लेगा, वह कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा, उसे माफ नहीं किया जाएगा…”
अजित पवार ने विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ सांप्रदायिक सद्भाव और एकता के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि होली, गुड़ी पड़वा और ईद जैसे त्योहार एकजुटता को बढ़ावा देते हैं और इन्हें सामूहिक रूप से मनाया जाना चाहिए, क्योंकि एकता ही राष्ट्र की असली ताकत है.
ANI के मुताबिक महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा, ” छत्रपति शिवाजी महाराज , डॉ. बीआर अंबेडकर, ज्योतिबा फुले और अन्य जैसे कई महान नेताओं ने सभी धर्मों और जातियों को साथ लेकर सामाजिक प्रगति का मार्ग दिखाया है. हमें इस विरासत को आगे बढ़ाना होगा.”
इसके अलावा अजित पवार ने कहा की, “भारत देश एकता और विविधता का प्रतीक है. हमने अभी होली मनाई है और अब गुड़ी पड़वा और ईद आने वाली है.यह सभी त्योहार हमें मिलजुल कर रहना सिखाते हैं. हमारी असली ताकत एकता में ही निहित है.”
अजित पवार का यह बयान महाराष्ट्र में नागपुर हिंसा को लेकर तीव्र राजनीतिक बहस के बाद आया है, जो महायुति सरकार द्वारा छत्रपति संभाजीनगर से औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग के बीच शुरू हुई थी.
नागपुर हिंसा को लेकर विपक्ष द्वारा राज्य सरकार की आलोचना जारी रहने के बीच, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना (यूबीटी) गुट पर पलटवार करते हुए खुद की तुलना छत्रपति संभाजी महाराज से की और विपक्ष पर सत्ता के लिए समझौता करने का आरोप लगाया.
इससे पहले 20 मार्च गुरुवार को इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) ने राष्ट्रीय राजधानी में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भाग लिया.
इस इफ्तार पार्टी में कांग्रेस सांसद शशि थरूर , कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शामिल हुईं थी. इसके अलावा इस कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और सपा सांसद जया बच्चन सहित अन्य वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए थे.